लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> संभाल कर रखना

संभाल कर रखना

राजेन्द्र तिवारी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :123
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9720
आईएसबीएन :9781613014448

Like this Hindi book 4 पाठकों को प्रिय

258 पाठक हैं

मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह



82

अक्स लफ़्ज़ों के हैं, गुफ़्तार का आईना है


अक्स लफ़्ज़ों के हैं, गुफ़्तार का आईना है।
तेरा लहजा तेरे किरदार का आईना है।।

अपना रहबर है जो सरकार का आईना है,
रोज़ बिकता है वो बाज़ार का आईना है।

ख़्वाब सच होते हुए तुम को दिखाई देंगे,
दिल से देखो तो ज़रा प्यार का आईना है।

लाख सच्चाई दिखाये उन्हें दिखता ही नहीं,
अक्ल के अंधों में बेकार का आईना है।

आप चाहें तो सम्भालें या इसे बिखरा दें,
आपके हाथों में फ़नकार का आईना है।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

Abhilash Trivedi

लाजवाब कविताएँ!

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai