ई-पुस्तकें >> संभाल कर रखना संभाल कर रखनाराजेन्द्र तिवारी
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मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह
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आपको देकर सहारा हैं सहारे आपके
आपको देकर सहारा हैं सहारे आपके।
आप दरिया हैं तो हम ठहरे किनारे आपके।।
आपके हर दर्द को महसूस कर लेते हैं हम,
दर्द बिल्कुल एक जैसे हैं हमारे-आपके।
मुस्कुराये आप तो फूलों पे रंगत आ गई,
यानी मौसम भी समझता है इशारे आपके।
आपके जलवों से ही रौशन है दुनिया का निज़ाम,
चाँद-सूरज आपके, सारे सितारे आपके।
हमको हर चेहरे में बस दिखता है चेहरा आपका,
अक्स दिल के आइने पर यूँ उतारे आपके।
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