ई-पुस्तकें >> चमत्कारिक पौधे चमत्कारिक पौधेउमेश पाण्डे
|
10 पाठकों को प्रिय 201 पाठक हैं |
प्रकृति में हमारे आसपास ऐसे अनेक वृक्ष हैं जो हमारे लिए परम उपयोगी हैं। ये वृक्ष हमारे लिए ईश्वर द्वारा प्रदत्त अमूल्य उपहार हैं। इस पुस्तक में कुछ अति सामान्य पौधों के विशिष्ट औषधिक, ज्योतिषीय, ताँत्रिक एवं वास्तु सम्मत सरल प्रयोगों को लिखा जा रहा है।
औषधिक महत्त्व
मीठा नीम के अनेक औषधिक महत्वों में से कुछ अत्यंत प्रभावी, सरल एवं निरापद प्रयोग निम्न हैं-
0 रक्तचाप नियंत्रित रखने हेतु- उच्च रक्त चाप से पीड़ित व्यक्तियों को सुबह-सवेरे मीठा नीम की 8-10 पत्तियाँ (पर्णिकाएँ-Leaflets) रोजाना कोरा चबाना हितकर होता है। इससे उनका रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
0 एण्टीआक्सीडैण्ट्स के रूप में- मीठा नीम की पत्तियाँ शाम के समय चबाने से वे शरीर में विशिष्ट प्रकार की स्फूर्ति तथा उत्तेजना का संचार करती हैं। एक प्रकार से ये एण्टीऑक्सीडैण्ट्स (Antioxidants) की भाँति प्रभाव देती हैं।
0 डिसेण्ट्री में- डिसेण्ट्री की समस्या खड़ी हो जाने पर करी पत्ता की कुछ मात्रा जल में हल्के से उबालकर उस जल को पीने से त्वरित लाभ होता है।
0 नेत्र रोगों में- नेत्रों की ज्योति बढ़ाने हेतु अथवा रतौंधी की समस्या होने पर मीठा नीम की पत्तियों के चूर्ण की 2 ग्राम मात्रा नित्य जल से ग्रहण करने से परम लाभ होता है। इस हेतु इन पत्तियों को छाया में सुखाकर फिर पीसा जाता है चूर्ण को संचित रखा जा सकता है।
0 शुक्राणुवर्द्धन हेतु- जिन व्यक्तियों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कम होती है उन्हें सन्तानोत्पत्ति का योग निर्मित होने में कठिनाई आती है। ऐसे व्यक्तियों को मीठानीम की छाल के चूर्ण का 1 ग्राम मात्रा शहद के साथ लेने से लाभ होता है। इसे दिन में एक बार सुबह के समय लेना चाहिए।
0 ताकत बढ़ाने हेतु- करी पत्ता के पौधे की छाल का चूर्ण 1 ग्राम अथवा इसकी जड़ का चूर्ण 1 ग्राम दूध में औटाकर, मिश्री मिलाकर पीने से यौनेत्तजना में वृद्धि होती है- साथ ही शरीर पुष्ट होता है।
0 कीटाणुनाशक के रूप में- करी पत्ता के बीजों का तेल उत्तम कीटाणुनाशक होता है। अत: एक्जिमा ठीक करने में अथवा घावों को सुखाने में यह मुफीद है। इसे सम्बन्धित स्थान पर लगाया जाता है।
0 अतिसार में- धुले हुए ताजे हरे पत्तों का अर्क लाभदायक है।
करी पत्ता के ज्योतिषीय महत्त्व
इस पौधे का कोई भी ज्योतिषीय महत्व नहीं है।
करी पत्ता के ताँत्रिक महत्त्व
भारत में इस पौधे का कोई तांत्रिक महत्व नहीं है या यूँ कहें कि भारतवर्ष में इसे तंत्र में प्रयोग नहीं किया जाता है। किन्तु दक्षिण एशिया के कई भागों में स्वकल्याणार्थ इस वृक्ष को पूजा जाता है। इसकी छाया में बैठकर अध्ययन करना शुभ रहता है।
मीठा नीम का वास्तु में महत्त्व
वास्तु की दृष्टि से इस पौधे का घर की सीमा में होना अशुभ नहीं है। इस पौधे का घर के दक्षिण अथवा पश्चिम दिशा में होना विशेष शुभ है। यदि यह प्रतिकूल दिशा में लगा हो तो समय-समय पर इसे छाँटते रहना चाहिये।
* * *
|