ई-पुस्तकें >> अकबर - बीरबल अकबर - बीरबलगोपाल शुक्ल
|
7 पाठकों को प्रिय 332 पाठक हैं |
अकबर और बीरबल की नोक-झोंक के मनोरंजक किस्से
बादशाह ने कहा, “क्या शर्तें हैं?"
“पहली शर्त तो यह है कि घोड़ा लेने कि लिए आपको स्वयं जाना होगा।”
“यह तो बड़ी आसान शर्त है। दूसरी शर्त क्या है ? ”
“घोड़ा खास रंग का है, इसलिए उसे लाने का दिन भी खास ही होगा। उसका मालिक कहता है कि सप्ताह के सात दिनों के अलावा किसी भी दिन आकर उसे ले जाओ।
अकबर बीरबल का मुंह देखते रह गए।
बीरबल ने हंसते हुए कहा, “जहांपनाह! हरे रंग का घोड़ा लाना हो, तो उसकी शर्तें भी माननी ही पड़ेगी।
अकबर खिलखिला कर हंस पड़े। बीरबल की चतुराई से वह खुश हुए। समझ गए कि बीरबल को मूर्ख बनाना सरल नहीं है।
|