ई-पुस्तकें >> खामोश नियति खामोश नियतिरोहित वर्मा
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कविता संग्रह
इश्क
इश्क क्या है,
एक इबादत खुदा की,
एक रजा है, एक सज़ा है,
इश्क क्या है,
राह जन्नत की,
हमनवा है, गवाह है,
एक इरादा है, ख्बाब भी है,
जन्नत है, नर्क भी है,
इश्क पाबंदे* रजा है,
लाज है, तो तस्वीर खुदा की......
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* पाबंदे = आदेश के बंधन
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