ई-पुस्तकें >> कह देना कह देनाअंसार कम्बरी
|
3 पाठकों को प्रिय 278 पाठक हैं |
आधुनिक अंसार कम्बरी की लोकप्रिय ग़जलें
१९
इसको क्या पूछना, किसको क्या मिल गया
इसको क्या पूछना, किसको क्या मिल गया
जो भी तक़दीर में था लिखा मिल गया
जिसको समझे थे कश्ती का हम नाख़ुदा
उसके दिल में ही तूफ़ाँ दबा मिल गया
जिसको पहुँचा के आये थे मंजिल पे हम
राह में फिर वही क़ाफिला मिल गया
हमने देखा जो दिल की तरफ ग़ौर से
एक टूटा हुआ आईना मिल गया
अब ‘कृष्णा’ को केवल गुरु क्यूँ कहें
‘क़म्बरी’ आपको देवता मिल गया
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book