लोगों की राय

कविता संग्रह >> अंतस का संगीत

अंतस का संगीत

अंसार कम्बरी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :113
मुखपृष्ठ : Ebook
पुस्तक क्रमांक : 9545
आईएसबीएन :9781613015858

Like this Hindi book 8 पाठकों को प्रिय

397 पाठक हैं

मंच पर धूम मचाने के लिए प्रसिद्ध कवि की सहज मन को छू लेने वाली कविताएँ


प्रियदर्शिनी


नेहरु जी की राजदुलारी, बापू की प्यारी
प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी थीं जग से न्यारी

दूर दृष्टि, मजबूत इरादा थी ताक़त उनकी
अनुशासन में सबको रखना थी आदत उनकी
निडर वो ऐसी थीं कि डर भी उनसे डरता था
इसी बात की सारी दुनिया में थी शोहरत उनकी

दुनिया भर के नेताओं पर पड़ती थीं भारी
प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी थीं जग से न्यारी

बचपन से ही आजादी की थीं वो दीवानी
पूरा करके दिखलाया वो, मन में जो ठानी
बाधाओं के पर्वत तोड़े सुगम करीं राहें
भारत की गरिमा की खातिर दी हर क़ुर्बानी

बता दिया कैसी होती है भारत की नारी
प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी थीं जग से न्यारी

जगा दिया ऐसा कि फिर ना सोया हिन्दुस्तान
राह दिखा दी ऐसी फिर ना खोया हिन्दुस्तान
संग-संग रहती थीं, खुशियाँ बाँटा करती थीं
बिछड़ गई हम सब से तो फिर रोया हिन्दुस्तान

पल भर को स्तब्ध रह गई थी दुनिया सारी
प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी थीं जग से न्यारी

* *

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book