आचार्य श्रीराम शर्मा >> जागो शक्तिस्वरूपा नारी जागो शक्तिस्वरूपा नारीश्रीराम शर्मा आचार्य
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नारी जागरण हेतु अभियान
नारी के विकास में बाधा
महिलाएँ आभूषणों से अपना लगाव कम रखें और पवित्रता, मधुरता जैसे सद्गुणों के द्वारा परिजनों को प्रसन्न रखें। परिवार में इस तरह का वातावरण बनाने के लिए स्त्रियों का जीवन विलासिता की सामग्री से नहीं, सद्गुणों और सद्भावनाओं से ओतप्रोत होना चाहिए। स्त्रियाँ शिक्षा प्राप्त करें, वे ज्ञानार्जन करें, विचारवान् बनें, तभी तो उनसे यह आशा की जा सकती है कि वे परिवार में और समाज में अपने उत्तरदायित्वों को भलीभाँति निबाह सकेंगी।
इन आवश्यक तत्वों की ओर से ध्यान हटाकर आभूषणप्रियता की संकीर्ण विचारधारा को ही अपनाया जाता रहा, तो कर्तव्य पालन में व्यवधान आना स्वाभाविक है।
नारी के विकास में बाधा स्वरूप इस कुरीति के प्रति अब अरुचि उत्पन्न होनी चाहिए और विचारशील महिलाओं को इस दिशा में कुछ करने के लिए तत्पर होना चाहिए।
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