नई पुस्तकें >> रौशनी महकती है रौशनी महकती हैसत्य प्रकाश शर्मा
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‘‘आज से जान आपको लिख दी, ये मेरा दिल है पेशगी रखिये’’ शायर के दिल से निकली गजलों का नायाब संग्रह
समर्पण
जीवन-संगिनी
कृष्णा
के लिए
...जो ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव में
पूरे यक़ीन के साथ
मेरे साथ खड़ी रहीं।
...जिन्हें मैं इस किताब के अलावा
कुछ ख़ास नहीं दे सका !
कृष्णा
के लिए
...जो ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव में
पूरे यक़ीन के साथ
मेरे साथ खड़ी रहीं।
...जिन्हें मैं इस किताब के अलावा
कुछ ख़ास नहीं दे सका !
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