मूल्य रहित पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण उपयोगी हिंदी व्याकरणभारतीय साहित्य संग्रह
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हिंदी के व्याकरण को अघिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
क्रिया की रूप रचना
संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण की भाँति क्रिया की रूप-रचना भी रूपावलियों द्वारा
प्रकट होती है। जैसे:
एकवचन | बहुवचन | |
उत्तम पुरुष | मैं पढ़ूँ | हम पढ़ें |
मध्यम पुरुष | तू पढ़े | तुम पढ़ो |
अन्य पुरुष | वह पढ़े | वे पढ़ें |
एकवचन | बहुवचन | |
पुंलिंग | गया | गए |
स्त्रीलिंग | गई | गईं |
संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण की रूपावलियों में एक ओर (बाएँ से दाएँ) वचन (जैसे—एकवचन और बहुवचन) और दूसरी ओर (ऊपर से नीचे) कारक विभक्ति (जैसे — मूल और तिर्यक्) के अनुसार चलते हैं; क्रिया में वचन की अभिव्यक्ति तो पूर्ववत् बाएँ से दाएँ है, किन्तु ऊपर से नीचे रूप या तो पुरुष (उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष) या लिंग (पुंलिंग, स्त्रीलिंग) के अनुसार रूप चलते हैं; क्रिया में वचन की अभिव्यक्ति तो पूर्ववत् बाएँ से दाएँ हैं, किन्तु ऊपर से नीचे रूप या तो (उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष) या लिंग (पुंलिग, स्त्रीलिंग) के अनुसार रूप चलते हैं जैसा कि ऊपर दी गई दो रूपावली-नमूनों से स्पष्ट है।
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