मूल्य रहित पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण उपयोगी हिंदी व्याकरणभारतीय साहित्य संग्रह
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हिंदी के व्याकरण को अघिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
अक्षर-विभाजन - जिन स्थितियों में हिन्दी में अधर का विभाजन होता है, वे इस प्रकार हैं-
स्वर-स्वर | हु-आ, आ-ओ |
अनुनासिक स्वर-स्वर | कुँ-अर |
स्वर-व्यंजन | अ-ति (अ-त् इ) |
स्वर अनुनासिक स्वर | हु -ईं |
अनुनासिक स्वर व्यंजन | बँ -धी |
व्यंजन - व्यंजन | खट्- मल |
हिंदी में एकाक्षरी शब्द भी प्रयुक्त होते हैं और अनेकाक्षरी भी; जैसे -
एकाक्षरी शब्द | खा, आ, पी, हाँ, जा |
दो अक्षरी शब्द | आओ, चला, खाया, खटपट |
तीन अक्षरी शब्द | आइए, महिला, चलिए, जाइए |
चार अक्षरी शब्द | आइएगा, प्रतिभाएँ |
पाँच अक्षरी शब्द | अध्यापिकाएँ |
हिंदी की यह विशेषता है कि अक्षर के अंत ह्रस्व अ का उच्चारण नहीं होता जो लिखने में प्रकट है; जैसे
बकरा = बक्-रा
बोलना = बोल्-ना
खटपट = खट्-पट्
इस प्रकार लिखित रूप से उच्चारित रूप भिन्न हो सकता है; जैसे -
लिखित रूप | उच्चरित रूप |
आज | आज् |
चलता | चल्ता |
बरसात | बरसात् |
मानसिक | मान्सिक् |
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