स्वास्थ्य-चिकित्सा >> नीबू और आंवला नीबू और आंवलाराजीव शर्मा
|
0 |
नीबू में ए. बी और सी विटामिनों की भरपूर मात्रा है-विटामिन ए अगर एक भाग है तो विटामिन बी दो भाग और विटामिन सी तीन भाग। इसमें ये तत्त्व प्रचुरता में हैं-पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैगनेशियम तांबा, फास्फोरस और क्लोरीन। प्रोटीन, वसा और कार्बोज भी पर्याप्त मात्रा में हैं।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
नीबू में ए. बी और सी विटामिनों की भरपूर मात्रा है-विटामिन ए अगर एक भाग है तो विटामिन बी दो भाग और विटामिन सी तीन भाग। इसमें ये तत्त्व प्रचुरता में हैं-पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैगनेशियम तांबा, फास्फोरस और क्लोरीन। प्रोटीन, वसा और कार्बोज भी पर्याप्त मात्रा में हैं।
विटामिन ‘ए’ की कमी हो तो शरीर की बढ़ोतरी रुक जाती है, यहां तक कि रोगों से लड़ने की ताकत ही घट जाती है, आंखें भी कमोजर पड़ जाती हैं, हड्डियों के जोड़ दर्द करने लगते हैं, शरीर सूखता चला जाता है और शरीर-तंत्र में सड़ांध पैदा होने लगती है, यह सड़ाध मुँह से बदबूदार साँस बनकर निकलने लगती है, दोस्त-यार उसके पास खड़े होने में भी कतराते हैं। नीबू में विटामिन ‘ए’ का एक ही भाग इन सब बुराइयों को जड़ से मिटा देता है। आप यूं भी कह सकते हैं कि नीबू ‘बिछुड़े यार’ मिलवाता है, क्योंकि विटामिन ए की कमी दूर होने से न पायरिया होना, न मसूड़े फूलेंगे न सड़ांध रहेगी, मुँह से सुगंधित सांस निकलने लगेगी और लोगबाग आपके पास खिंचे हुए आने लगेंगे।
विटामिन ‘ए’ की कमी हो तो शरीर की बढ़ोतरी रुक जाती है, यहां तक कि रोगों से लड़ने की ताकत ही घट जाती है, आंखें भी कमोजर पड़ जाती हैं, हड्डियों के जोड़ दर्द करने लगते हैं, शरीर सूखता चला जाता है और शरीर-तंत्र में सड़ांध पैदा होने लगती है, यह सड़ाध मुँह से बदबूदार साँस बनकर निकलने लगती है, दोस्त-यार उसके पास खड़े होने में भी कतराते हैं। नीबू में विटामिन ‘ए’ का एक ही भाग इन सब बुराइयों को जड़ से मिटा देता है। आप यूं भी कह सकते हैं कि नीबू ‘बिछुड़े यार’ मिलवाता है, क्योंकि विटामिन ए की कमी दूर होने से न पायरिया होना, न मसूड़े फूलेंगे न सड़ांध रहेगी, मुँह से सुगंधित सांस निकलने लगेगी और लोगबाग आपके पास खिंचे हुए आने लगेंगे।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book